MENU

NCERT Class 8 Hindi Bharat ki Khoj भारत की खोज Solutions

Question - 11 : -
(क) प्राचीन समय में विदेशों में भारतीय संस्कृति के प्रभाव के दो उदाहरण बताइए।
(ख) वर्तमान समय में विदेशों में भारतीय संस्कृति के कौन-कौन से प्रभाव देखे जा सकते हैं? अपने साथियों के साथ मिलकर एक सूची बनाइए। (संकेत-खान-पान, पहनावा, फ़िल्में हिंदी, कंप्यूटर, टेलीमार्केटिंग आदि)

Answer - 11 : -

प्राचीन काल में विदेशों में भारतीय संस्कृति के उदाहरण हैं- हिंदू धर्म का प्रसार, बौद्ध धर्म के प्रचार, आर्य सभ्यता ज्ञान, विज्ञान व ज्योतिष के क्षेत्र में रहा। इसके अलावे खाने-पीने की अनेक वस्तुओं का प्रचलन, भारतीय वस्त्रों का चलन आदि पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव पड़ा। वर्तमान समय में वेदांत, अहिंसा, अतिथि सत्कार, उदारता, सहनशीलता सर्व-धर्म समभाव, भारत के बने कपड़े अब विदेशों में काफ़ी लोकप्रिय हैं। कंप्यूटर, ललितकलाएँ, खान-पान आदि के क्षेत्रों में भारत ने विदेशों पर असर छोड़ा है।

Question - 12 : -
पृष्ठ संख्या 34 पर कहा गया है कि जातकों में सौदगारों की समुद्री यात्राओं, यातायात के हवाले भरे हुए हैं। विश्व/ भारत के मानचित्र में उन स्थानों/रास्तों को खोजिए, जिनकी चर्चा इस पृष्ठ पर की गई।

Answer - 12 : -

छात्र विश्व/भारत के मानचित्र पर इन स्थानों को स्वयं खोजें तथा इसमें सामाजिक विज्ञान के अध्यापक से मदद लें।

Question - 13 : -
कौटिल्य के अर्थशास्त्र में अनेक विषयों की चर्चा है, जैसे, “व्यापार और वाणिज्य, कानून और न्यायालय, नगर व्यवस्था, सामाजिक रीति-रिवाज, विवाह और तलाक, स्त्रियों के अधिकार, कर और लगान, कृषि, खानों और कारखानों को चलाना, दस्तकारी, मंडियाँ, बागवानी, उद्योग-धंधे, सिंचाई और जलमार्ग, जहाज़ और जहाजरानी, निगमें, जन-गणना, मत्स्य-उद्योग, कसाई खाने, पासपोर्ट और जेल-सब शामिल हैं। इसमें विधवा विवाह को मान्यता दी गई है और विशेष परिस्थितियों में तलाक को भी।” वर्तमान में इन विषयों की क्या स्थिति है? अपनी पसंद के किन्हीं दो-तीन विषयों पर लिखिए।

Answer - 13 : -

भारत के व्यापार में वर्तमान में इन विषयों की स्थिति में काफ़ी परिवर्तन हुआ है। इनमें कुछ क्षेत्रों की स्थिति इस प्रकार हैव्यापार और वाणिज्य-वर्तमान समय में भारत का व्यापार और वाणिज्य काफ़ी विकसित रूप में है। अब हम कई वस्तुओं का निर्यात करते हैं। जैसे भारतीय वस्त्र, कंप्यूटर तथा अन्य मशीनें भारत से अन्य देशों में निर्यात की जाती है। इन क्षेत्रों में लगातार प्रगति हो रही है। कृषि- भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि की दशा में काफ़ी सुधार हो रहा है। हमारी सरकार कृषि को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयत्नशील है।

उन्नत किस्म के बीज, खाद, कृषि यंत्र सिंचाई के साधनों के विकास से कृषि की प्रति हेक्टेयर पैदावार बढ़ी है। फिर आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। कृषि पर आधारित होकर जीवन पालन करना मुश्किल हो रहा है। नारी स्वतंत्रता-आजादी के बाद से भारत में स्त्रियों की दशा में लगातार सुधार हो रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में महिलाएँ पुरुषों से आगे हैं। वे आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्हें पुरुषों की भाँति अब आजादी मिल रही है। रोजगार और सरकारी नौकरियों में वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।

Question - 14 : -
आजादी से पहले किसानों की समस्याएँ निम्नलिखित थीं “गरीबी, कर्ज, निहित स्वार्थ, जमींदार, महाजन, भारी लगान और कर, पुलिस के अत्याचार- “आपके विचार से आजकल किसानों की समस्याएँ कौन-कौन सी हैं?

Answer - 14 : -

आजकल वर्तमान परिस्थितियों में किसानों की समस्याएँ निम्न हैं- गरीबी, कर्ज, निहित स्वार्थ, जमींदार, महाजन, फसल का उचित मूल्य न मिलना, गरीबी, पूँजी का आभाव सिंचाई साधनों का अभाव उन्नत किस्म का बीज का उपलब्ध न होना, कर्ज का बोझ सरकार का कोरा आश्वासन सरकारी सहायता का समय पर उन तक न मिल पाना।

Question - 15 : -
“सार्वजनिक काम राजा की मर्जी के मोहताज नहीं होते, उसे खुद हमेशा इनके लिए तैयार रहना चाहिए।” ऐसे कौन-कौन से सार्वजनिक कार्य हैं जिन्हें आप बिना किसी हिचकिचाहट के करने को तैयार हो जाते हैं?

Answer - 15 : -

बहुत से ऐसे सार्वजनिक कार्य हैं जो हम बिना झिझक के करने के लिए तैयार रहते हैं। कार्य निम्नलिखित हैं वृक्षारोपण का काम, अपने आस-पास सफ़ाई का काम, गरीब बच्चों व परिवारों के लिए सुविधाएँ जुटाना जैसे पुस्तक, कॉपियाँ आदि। अस्पताल में गरीब मरीजों की देखभाल करना इसके अलावे नेत्रदान, रक्तदान, चिकित्सा, शिक्षा व्यवस्था, नारी कल्याण, वृद्धाश्रम, अनाथाश्रम के लिए सार्वजनिक कार्य हैं।

Question - 16 : -
महान सम्राट अशोक ने घोषणा की कि वह प्रजा के कार्य और हित के लिए हर स्थान पर और हर समय हमेशा उपलब्ध हैं। हमारे समय के शासक/लोक-सेवक इस कटौती पर कितना खरा उतरते हैं? तर्क सहित लिखिए।

Answer - 16 : -

हमारे समय में शासक वर्ग यानी नेता प्रजा के कार्य और भलाई के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं। वे चुनाव के वक्त दिखते हैं और जनता के कल्याण के लिए लंबी-चौड़ी घोषणाएँ तथा वायदे करते हैं। जीत जाने के बाद वे अपना शक्ल नहीं दिखाते। जनता की समस्याओं को सुनने, समझने और हल करने में रुचि नहीं होती। उन्हें तो चुनाव के समय जनता याद आती है।

Question - 17 : -
“औरतों के परदे में अलग-अलग रहने से सामाजिक जीवन के विकास में रुकावट आई।” कैसे?

Answer - 17 : -

औरतों के परदे में अलग-थलग रहने से सामाजिक जीवन के विकास में रुकावट आई। उन्हें शिक्षा से वंचित रहना पड़ा। अब समाज में उनकी भागीदारी कम हो गई। उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य में गिरावट आई । औरतें घर की चारदीवारी तक सिमट कर रह गईं । नारी उत्पीड़न बढ़ गया। पुरुषों के अधिकार और वर्चस्व बढ़ते गए। इससे समाज के विकास में रुकावट आई।

Question - 18 : -
मध्ये काल के इन संत रचनाकारों की अनेक रचनाएँ अब तक आप पढ़ चुके होंगे। इन रचनाकारों की एक-एक रचना अपनी पसंद से लिखिए-

  1. अमीर खुसरो
  2. कबीर
  3. गुरुनानक
  4. रहीम

Answer - 18 : -

  1. अमीर खुसरो-पहेलियाँ एवं मुकरियाँ
  2. कबीर-बीजक
  3. गुरूनानक-गुरुग्रंथ साहिब
  4. रहीम-रहीम के दोहे।
1. अमीर खुसरो-वह आवै तो शादी होय उस बिन दूजा और न कोए। मीठे लागे उनके बोल, क्यों सखी साजन। न सखी ढोल।

2. कबीर-कबीर एक महान समाज सुधारक थे, जिन्होंने समाज में व्याप्त तत्कालीन कुरीतियों पर जमकर प्रहार किया।
मौको कहाँ हूँढे बँदे, मैं तो तेरे पास में।
ना मैं देवल ना मैं मस्जिद, ना काबे कैलाश में।
ना तो कौने क्रियाकर्म में नहीं यो बैराग में, कहो कबीर सुनो भई साधो, सब स्वाँसों की स्वाँस में।


 
3. गुरुनानक-चारि नदी अगनी असराला कोई गुरुमुखि बुझै सबदि निराला।
साकत दुरमति डूबहि दाझहिं
गुरि राखे हरि सिव राता है।

4. रहीम-रहिमन यहि संसार में सबसे मिलियो धाइ।
ना जाने केहि भेस में नारायण मिलि जाइ।।

Question - 19 : -
“नयी ताकतों ने सिर उठाया और वे हमें ग्रामीण जनता की ओर ले गईं। पहली बार एक नया और दूसरे ढंग का भारत उन युवा बुदधिजीवियों के सामने आया…’ आपके विचार से आज़ादी की लड़ाई के बारे में कही गई ये बातें किस नयी ताकत’ की ओर इशारा कर रही हैं? वह कौन व्यक्ति था और उसने ऐसा क्या किया जिसने ग्रामीण जनता को भी आज़ादी की लड़ाई का सिपाही बना दिया?

Answer - 19 : -

उपर्युक्त वाक्य इशारा करती है कि भारत के माध्यम वर्ग में नयी ताकत’ की खोज की गई है जिसमें हर विपत्ति का सामना करने की शक्ति थी। उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया। इससे मध्यम वर्ग में राजनीतिक चेतना जाग उठी। यह वर्ग भारत की आजादी के लिए जागरूक हो उठा। यह वर्ग उठ खड़ा होकर आजादी के लिए सीना ताने खड़ा रहा।

Question - 20 : -
उपर्युक्त वाक्य इशारा करती है कि भारत के माध्यम वर्ग में नयी ताकत’ की खोज की गई है जिसमें हर विपत्ति का सामना करने की शक्ति थी। उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया। इससे मध्यम वर्ग में राजनीतिक चेतना जाग उठी। यह वर्ग भारत की आजादी के लिए जागरूक हो उठा। यह वर्ग उठ खड़ा होकर आजादी के लिए सीना ताने खड़ा रहा।

Answer - 20 : -

‘भारत माता की जय’ के नारे से हमारे विचार में भारत की पावन भूमि, नदियाँ, जंगल, पर्वत, सागर पशु-पक्षी समस्त प्राणी जगत इतिहास भूगोल की जय की बात कही गई है। क्योंकि इन सबको मिलाकर भारत माता की तसवीर पूरी होती है। इन चीजों को किसी तरह से भारत माता से अलग नहीं किया जा सकता है।

Free - Previous Years Question Papers
Any questions? Ask us!
×