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Chapter 5 वैज्ञानिक चेतना के वाहक चन्द्र शेखर वेंकट रामन Solutions

Question - 1 : -
रामन् भावुक प्रकृति प्रेमी के अलावा और क्या थे?

Answer - 1 : -

रामन् भावुक प्रकृति प्रेमी के अलावा एक जिज्ञासु वैज्ञानिक भी थे, जिन्होंने साधनों की कमी वाली प्रयोगशाला में भी अपनी जिज्ञासा शांत करने का प्रयास किया।

Question - 2 : -
समुद्र को देखकर रामन् के मन में कौन-सी दो जिज्ञासाएँ उठीं? 

Answer - 2 : -

समुद्र को देखकर रामन् के मन में निम्नलिखित दो जिज्ञासाएँ उठीं

  1. समुद्र के जल का रंग नीला क्यों होता है? ।
  2. नीले रंग के अतिरिक्त अन्य कोई रंग क्यों नहीं होता?

Question - 3 : -
रामन् के पिता ने उनमें किन विषयों की सशस्त नींव डाली। [CBSE 2012]

Answer - 3 : -

रामनु के पिता गणित और भौतिकी के शिक्षक थे। उन्होंने रामन् में इन्हीं दो विषयों की नींव डाली।

Question - 4 : -
वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के अध्ययन के द्वारा रामन् क्या करना चाहते थे? [CBSE 2012]

Answer - 4 : -

वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के अध्ययन के द्वारा रामन् यह बताना चाहते थे कि भारतीय वीणा, मृदंगम् आदि वाद्ययंत्र विदेशी पियानो आदि की तुलना में घटिया नहीं हैं।

Question - 5 : -
सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे रामन् क्रीं क्या भावना थी?

Answer - 5 : -

सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे भावना यह थी कि वे अध्ययन के साथ-साथ शोध एवं प्रयोगों से अपनी जिज्ञासा शांत करने तथा विज्ञान के प्रचार-प्रसार की थी।

Question - 6 : -
‘रामन् प्रभाव’ की खोज के पीछे कौन-सा सवाल हिलोरें ले रहा था?

Answer - 6 : -

‘रामन् प्रभाव’ की खोज के पीछे यह सवाल हिलोरें ले रहा था कि समुद्र का रंग नीला क्यों होता है?

Question - 7 : -
प्रकाश तरंगों के बारे में आइंस्टाइन ने क्या बताया? 

Answer - 7 : -

प्रकाश तरंगों के बारे में आइंस्टाइन ने बताया कि प्रकाश अति सूक्ष्म कणों की तीव्र धारा के समान है। इन अति सूक्ष्म कणों की तुलना उन्होंने बुलेट से की है।

Question - 8 : -
रामन् की खोज ने किन अध्ययनों को सहज बनाया? [CBSE 2012]

Answer - 8 : -

रामन् की खोज ने अणुओं और परमाणुओं की आंतरिक संरचना के अध्ययन को सहज बना दिया।

Question - 9 : -
कॉलेज के दिनों में रामन् की दिली इच्छा क्या थी?

Answer - 9 : -

रामन् ने कॉलेज के दिनों से ही शोधकार्यों में रुचि लेना शुरू कर दिया था। उनकी दिली इच्छा थी कि वे अपना सारा जीवन शोधकार्यों को ही समर्पित कर दें।

Question - 10 : -
वाद्ययंत्रों पर की गई खोजों से रामन् ने कौन सी अति तोड़ने की कोशिश की?

Answer - 10 : -

रामन् ने वाद्ययंत्रों की ध्वनियों पर खोज करके इस भ्रांति को तोड़ा कि विदेशी वाद्ययंत्रों की ध्वनियाँ भारतीय वाद्ययंत्रों की तुलना में अधिक उन्नत हैं और भारतीय वाद्ययंत्र उनसे घटिया हैं।

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