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Chapter 7 साम्यावस्था (Equilibrium) Solutions

Question - 1 : -
एक द्रव को सीलबन्द पात्र में निश्चित ताप पर इसके वाष्प के साथ साम्य में रखा जाता है। पात्र का आयतन अचानक बढ़ा दिया जाता है।
(क) वाष्प-दाब परिवर्तन का प्रारम्भिक परिणाम क्या होगा?
(ख) प्रारम्भ में वाष्पन एवं संघनन की दर कैसे बदलती है?
(ग) क्या होगा, जबकि साम्य पुनः अन्तिम रूप से स्थापित हो जाएगा, तब अन्तिम वाष्प दाब क्या होगा?

Answer - 1 : -

(क) प्रारम्भ में वाष्प दाब घटेगा क्योंकि वाष्प का समान द्रव्यमान बढ़े आयतन में वितरित होता है।
(ख) बन्द पात्र में नियत ताप पर वाष्पन की दर नियत रहती है संघनन की दर प्रारम्भ में निम्न होगी।
(ग) अन्तिम रूप से स्थापित साम्य में संघनन की दर वाष्पन की देर के समान होती है। अन्तिम वाष्प दाब पहले के समान रहता है।

Question - 2 : - निम्नलिखित साम्य के लिए K, क्या होगा, यदि साम्य पर प्रत्येक पदार्थ की सान्द्रताएँ हैं– [SO2] 0.60 M, [O2] 0.82 M एवं [SO3] 1.90 M
2SO2(g) +O2(g)
2SO3(g)

Answer - 2 : -


Question - 3 : -

एक निश्चित ताप एवं कुल दाब 105 Pa पर आयोडीन वाष्प में आयतनानुसार 40% आयोडीन परमाणु होते हैं।

I2(g) 2(g)

साम्य के लिए Kp की गणना कीजिए।

Answer - 3 : -


Question - 4 : - निम्नलिखित में से प्रत्येक अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक Kcको व्यंजक लिखिए-
(i) 2NOCl(g)
2NO(g) + Cl2(g)
(ii) 2Cu(NO3)2(s)
2CuO(s) + 4NO2(g) + O2(g)
(iii) CH3COOC2H5(g) + H2O(l)
CH2COOH(aq) + C2H5OH(aq)
(iv) Fe3+ (aq) + 3OH (aq)
Fe(OH)3 (s)
(v) I2(s) + 5F2 
2IF5

Answer - 4 : -


Question - 5 : - Kp के मान से निम्नलिखित में से प्रत्येक साम्य के लिए Kc का मान ज्ञात कीजिए-
(i) 2NOCI(g)
2NO(g) + Cl2(g); K, 1.8×10-2 at 500 K
(ii) CaCO3(s)
CaO(s) + CO2(g); K, 167 at 1073 K

Answer - 5 : -


Question - 6 : - साम्यNO(g) +O3(g) NO2(g) +O2(g) के लिए 1000 K पर Kc  6.3×1014 है। साम्य में अग्र एवं प्रतीप दोनों अभिक्रियाएँ प्राथमिक रूप से द्विअणुक हैं। प्रतीप अभिक्रिया के लिए Kc क्या है?

Answer - 6 : -


Question - 7 : - साम्य स्थिरांक का व्यंजक लिखते समय समझाइए कि शुद्ध द्रवों एवं ठोसों को उपेक्षित क्यों किया जा सकता है? मोलों की संख्या

Answer - 7 : -


शुद्ध ठोस या शुद्ध द्रव के आण्विक द्रव्यमान तथा घनत्व नियत ताप पर निश्चित होते हैं, अतः इनके मोलर सान्द्रण नियत होते हैं। यही कारण है कि इन्हें साम्य स्थिरांक के व्यंजक में उपेक्षित किया जा सकता है।

Question - 8 : - N2 एवं O2 के मध्य निम्नलिखित अभिक्रिया होती है
2N2(g) +O2(g)
2N2O(g)
यदि एक 10L के पात्र में 0.482 मोल N, एवं 0.933 मोल O2, रखे जाएँ तथा एक ताप, जिस पर N20 बनने दिया जाए तो साम्य मिश्रण का संघटन ज्ञात कीजिए। Kc  2.0×10-37|

Answer - 8 : -


Question - 9 : - निम्नलिखित अभिक्रिया के अनुसार नाइट्रिक ऑक्साइड Br2 से अभिक्रिया कर नाइट्रोसिल ब्रोमाइड बनाती है-
2NO(g) + Br2(g)
2NOBr(g)
जब स्थिर ताप पर एक बन्द पात्र में 0.087 मोल NO एवं 0.0437 मोल Br2 मिश्रित किए जाते हैं, तब 0.0518 मोल NOBr प्राप्त होती है। NO एवं Br2 की साम्य मात्रा ज्ञात कीजिए।

Answer - 9 : -

0.0518 मोल NOBr का निर्माण 0.0518 मोल NO तथा 0.0518/2 0.0259 मोल Br2 से होता है।
अतः साम्य पर,
NO
की मात्रा 0.087-0.0518 0.0352 mol
Br2 
की मात्रा 0.0437-0.0259 0.0178 mol

Question - 10 : - साम्य2SO2(g) +O2(g) 2SO3(g) के लिए 450K पर Kp  2.0×1010/bar है। इस ताप पर Kc का मान ज्ञात कीजिए।

Answer - 10 : -


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