Question -
Answer -
हाँ, संकेत-
1. वन्य जीवन, रीति-रिवाज।।
2. पुरखों की, गाँव और प्रकृति की उपासना।
3. ग्राम आत्माओं की पूजा गाँव की सीमा के भीतर पवित्र लता-कुंजों में।
4. पुरखों की पूजा घर में।
5. आदिवासियों की दिनचर्या
6. आदिवासियों के जीवन में खनन और औद्योगीकरण के कारण बदलाव।
7. आदिवासियों का अपना गाँव व इलाका छोड़कर शहरों में छोटी-छोटी नौकरियों के लिए जाना।
8. आदिवासियों को हाशियाकरण।।